चम्पारण के सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने अनोखें अंदाज में सेलिब्रेट की सावधान इंडिया इन हैप्पी न्यू ईयर

 मोतिहारी, पूर्वी चंपारण: पुराना साल 2020 ख़त्म हो चूका है, और नये साल 2021 का आगाज हो गयीं हैं। लोग अपने अपने तरीके से नए साल के जश्न में मनाने में डूबे हुए है। इसी कड़ी में रविवार को चम्पारण के मशहूर सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने सभी देशवासियों को अपनी रेत कला के माध्यम से अनोखें अंदाज में "सावधान इंडिया इन हैप्पी न्यू ईयर-2021" सेलिब्रेट की हैं। इसके साथ-साथ मधुरेन्द्र ने लोगों से कोविड-19 का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाने के साथ साथ आपसी तालमेल, कौमी एकता, शांति व सौहार्दपूर्ण जीवन जीने के लिए आग्रह करते नववर्ष की शुभकामनाएं दी। 

सैंड आर्टीस्ट मधुरेन्द्र ने बताया कि पूरी दुनिया में 1 जनवरी को ही नया साल मनाया जाता है लेकिन भारत में हिंदू कैलंडर के हिसाब से गुड़ी पड़वा के दिन साल का पहला दिन होता है और लोग इसे भी नए साल के जश्न की तरह ही मनाते है। 

ऐसा माना जाता है कि नव वर्ष आज से लगभग 4,000 वर्ष पहले बेबीलीन नामक स्थान से मनाना शुरू हुआ था। एक जनवरी को मनाया जाने वाला नया वर्ष ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है। इसकी शुरुआत रोमन कैलेंडर से हुई।  इस पारंपरिक रोमन कैलेंडर का नया वर्ष 1 मार्च से शुरू होता है, लेकिन रोमन के प्रसिद्ध सम्राट जूलियस सीजर ने 46 वर्ष ईसा पूर्व में इस कैलेंडर में परिवर्तन किया था। इसमें उन्होंने जुलाई का महीना और इसके बाद अपने भतीजे के नाम पर अगस्त का महीना जोड़ दिया। दुनियाभर में तब से लेकर आज तक नया साल 1 जनवरी को मनाया जाता है। 

बता दें कि हिन्दू धर्म में नववर्ष का आरंभ चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से माना जाता है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान ब्रह्मा ने इसी दिन सृष्टि की रचना प्रारंभ की थी इसलिए इस दिन से नए साल का आरंभ भी होता है। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार मोहर्रम महीने की पहली तारीख को नया साल हिजरी शुरू होता है। 

वैसे ही भारत में नया साल सभी स्थानों पर अलग-अलग तिथियों पर मनाया जाता है। ज्यादातर ये तिथियां मार्च और अप्रैल के महीने में पड़ती हैं। पंजाब में नया साल बैशाखी के रूप में 13 अप्रैल को मनाया जाता है। सिख धर्म को मानने वाले इसे नानकशाही कैलेंडर के अनुसार मार्च में होली के दूसरे दिन मनाते हैं। जैन धर्म के लोग नववर्ष को दिवाली के अगले दिन मनाते हैं। यह भगवान महावीर स्वामी की मोक्ष  प्राप्ति के अगले दिन से शुरू होता है।

मौके पर पूर्व जिप शंकर प्रसाद गुप्ता, अमीन रामप्रीत साह, डॉ राजदेव प्रसाद, प्रेम किशोर यादव, सरबजीत महतो, अनिल सिंह, रामजन्म पटेल, सुरेश कुशवाहा, महेश, मनोज, पंकज, विकाश, राजेश, मोहन, दिनेश, राकेश, शुशील, मो इस्लाम, रवि, धीरज, टेनी सहित सैकड़ों प्रबुद्ध नागरिकों तथा गणमान्य लोगों ने भी नववर्ष की बधाई देते अपने प्रिय कलाकार मधुरेन्द्र की सफल, सुखद व स्वस्थ जीवन की कामना की।

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