कोणार्क : अंतराष्ट्रीय रेत कला उत्सव में बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन बिजबनी गांव निवासी विश्वविख्यात युवा सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र अपनी कलाकृति बनायीं हैं। मधुरेन्द्र ने दुनिया भर में कोविड-19 जैसे जानलेवा बीमारी से मरने वाले लोगों के लिए काफी दुखी हैं।
इन्होंने कोणार्क फेस्टिवल के तीसरे दिन गुरुवार को चंद्रभागा समुद्र तट पर कोरोना महामारी से बचने के लिए कोविड के नियमो को बालू पर आकृति उकेर कर लोगों से इसका पालन करने का अपील किया है। बता दें कि रेत कलाकार मधुरेन्द्र ने बालू पर "6 फिट की दूरी, मास्क हैं जरूरी" लिख कर मास्क पहनने, समय से अपने हाथों को सेनेटाइज करने व 6 फिट की दूरी पर रहने का संदेश लोगों को दिया हैं।
ताकि इस महामारी से इंसानों के जीवन की रक्षा हो सके। मौके पर उपस्थित विभागीय कई वरीय अधिकारियों व अन्य राज्यों के सैकड़ों पर्यटकों समेत स्थानीय आमजनों ने भी कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए बिहार के कलाकार मधुरेन्द्र की कलाकृति की सराहना करते बधाई दी।
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